स्नातक कला संकाय (बी0ए0)
हिन्दी,भूगोल,समाजशास्त्र,शिक्षाशास्त्र,राजनीतिशास्त्र,मध्य कालिन इतिहास, गृहविज्ञान
स्नातक विज्ञान संकाय (बी0एस-सी0)
-रसायन विज्ञान, गणित, वनस्पति विज्ञान, भौतिक विज्ञान, प्राणि विज्ञान
डी० एल० एड० (बी० टी० सी०) 420038
Duration: 2 Year Eligibility : Candidate with at least 50% marks --
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About

B.P. SANSTHAN, GAURA UPARWAR,CHAUBEYPUR, VARANASI (U.P.)

ग्रामीण छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा प्रदान कर देश का जिम्मेदार नागरिक बनाने के उद्देश्य से बी.पी. संस्थान, गौरा उपरवार,चौबेपुर, वाराणसी (उ0प्र0) , की स्थापना सन 2004 में की गयी की स्थापना प्रायः ऐसी जगहों पर की गयी है जहाँ पहले से महाविद्यालयों का अभाव है। दौलतपुर,गाजीपुर की स्थापना सन् 2004 में इन्हीं उद्देश्यों को ध्यान में रखकर की गयी। यह संस्थान कई एकड़ के परिसर में विकसित किया गया है। इस महाविद्यालय में उल्लेखनीय सफलता पायी है। छात्र-छात्राओं के बीच खेलकूद और शिक्षणेतर गतिविधियों की सुदृढ़ परम्परा यहाँ की विशेषता रही है।

नकलविहीन और शुचितापूर्ण परीक्षाओं के लिए हम सदैव प्रतिबद्ध रहे हैं। प्राध्यापक अपनी कक्षाओं के प्रति सजग रहे हैं। इस बात का सदैव ख्याल रखा जाता है कि छात्र-छात्राओं के साथ किसी भी प्रकार का भेद-भाव न हो। परिसर रैगिंग से पूरी तरह मुक्त है। परिसर को साफ-सुथरा और हरा-भरा रखने में प्राचार्य-प्राध्यापकों की प्रेरणा और कर्मचारियों की मुस्तैदी यहाँ देखी जा सकती है।विभिन्न अवसरों पर छात्र-छात्राओं की सहायता से स्वच्छता और वृक्षारोपण के कार्यक्रम आयोजित कराए जाते रहे हैं। गाँव की छात्राएँ तेजी से आगे बढ़ रही हैं। वे विभिन्न क्षेत्रों में अपना सम्मानजनक स्थान बना रही हैं। गाँव की लड़कियों के आगे बढ़ने में महाविद्यालयों की बहुत बड़ी भूमिका है। न्यूनतम फीस और अधिकतम सुविधा की नीति ने गाँव की लड़कियों को निर्बाध तरीके से उच्च शिक्षा हासिल करने में सहायता पहुँचाई है। यह गौरव बी.पी. संस्थान, गौरा उपरवार,चौबेपुर, वाराणसी (उ0प्र0) उ0प्र0 को हासिल है।महाविद्यालय में पुस्तकालय, वाचनालय एवं बुक बैंक की सुविधा उपलब्ध है | शिक्षणेत्तर कार्यक्रम के अन्तर्गत क्रीड़ा प्रशिक्षण, कार्यक्रम में महाविद्यालय की सक्रिय सहभागिता रहती हैं |

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