विद्यालय का उद्देश्य छात्रों की एक ऐसी सुसंस्कृत मालिका का निर्माण करना है जो पाश्चातय प्रभाव से दूर रहकर भारतीय संस्कृति की गरिमामयी अनुभूति के वातावरण में अपने व्यक्तित्व के सभी पक्षों (शारीरिक, मानसिक, नैतिक, आध्यात्मिक एवं सामाजिक) का विकास कर सके, पाश्चातय दुष्प्रभावों से दूर रहकर नवीनतम वैज्ञानिक द्रष्टिकोण का सृजन कर सके एवं वर्तमान की चुनौतियों का सामना करने हेतु भविष्य के प्रति दूरदर्शिता का परिचय देते हुए आत्मिक विकास कर सके तथा अपने देश की सांस्कृतिक समरसता में पोषित होकर स्वराष्ट्र प्रेम एवं स्वावलम्बन की भावनाओं का विकास कर सके |